Thursday 30 March 2017

कैसे पड़े महीनों के नाम जाने हिंदी में - Achhaa


कैसे पड़े महीनों के नाम जाने हिंदी में

  हमारा हर साल कैलंडर बदलता है और नए - नए साल के नए - नए कैलंडर आते जाते हैं जैसे 2016, 2017, 2018 लेकिन महीनों के नाम वो ही रहते हैं क्या आपने सोचा है कि ये महीनों के नाम कैसे पड़े ?? ये कई सालो से चलते आ रहे हैं तो अच्छा आज हम आपको बताएंगे कि "कैसे पड़े महीनों के नाम" I इस पोस्ट को पढ़ने के बाद अपने दोस्तों को भी इस पोस्ट को शेयर करना जरुर जिस से आपके दोस्त भी पढ़ के लाभान्वित हो सके I

जनवरी

  इस महीने का नाम रोमन देवता जेनस के नाम पर रखा गया है I जेनस को लैटिन में जेनेअरिज कहा जाता है I मान्यता है कि जेनस देवता के दो चेहरे थे - एक चेहरे से वे आगे व दुसरे से पीछे की ओर देखते थे I जनवरी माह के साथ भी ऐसा ही है I उसका लाल्लुक नए और पुराने दोनों वर्षो से होता है I

फरवरी 

यह माह रोम की देवी फेबरुअरिया के नाम पर रखा गया है I जेबरुअरिया को संतानोत्पत्ति को देवी माना गया है I रोम में इस महीने महिलाएं इस देवी की पूजा में रत रहती थी I

मार्च

रोमन देवता मार्च के नाम पर इस महीने का नामकरण किया गया है I रोमन वर्ष का प्रारम्भ (शुरुआत) इसी महीने से होता है I मार्च महीने में सर्दिया खत्म हो जाती थी और रोमन लोग शत्रु (दुश्मन) देश (जैसे हिंदुस्तान के लिए पाकिस्तान दुश्मन देश) पर हमला करने के लिए इस महीने को चुनते थे I

अप्रैल

रोमन लोग इस महीने को एप्रिलिस कहते थे I यह शब्द लैटिन भाषा के एस्पेरायर से निकला है, जिसका अर्थ होता है खिलना I रोम में इसी महीने में वसंत का आगमन होता था और कलियाँ खिलती थीं I
मई - मई का नामकरण रोमन देवता मरकरी की माता मइया के नाम पर हुआ है I मई की उत्पति लैटिन के मेजोरेस से भी मणि गई है I मेजोरेस का अर्थ बड़े बुजुर्ग से होता है I

जून

यह महीना रोम के सबसे बड़े देबता जीयस की पत्नी जूनो के नाम पर रखा गया है I एक मत या भी है कि यह महीना लैटिन शब्द जेन्स के नाम पर रखा गया है, जिसका अर्थ होता है परिवार I रोम में इस महीने में बड़े पैमाने पर लोग शादी करते थे I

जुलाई

इस महीने का नामकरण रोमन सम्राट जुलियस सीजर के नाम पर हुआ I जुलियस सीजर का जन्म और म्रत्यु इसी माह में हुआ था I

अगस्त

जुलियस सीजर के भतीजे आगस्टस सीजर ने अपने नाम को अमर बनाने के लिए सेक्ट्लिस माह का नाम बदलकर आगस्टस कर दिया जो बाद में अगस्त कहलाया I

सितम्बर

सितम्बर लैटिन शब्द सैप्तैम्बर से बना है जिसमें सैप्टो का अर्थ अहि सात और बर का अर्थ है वाँ यानि सातवां महीना I दरअसल प्राचीन राम मे केवल दस महीने थे और उसमें इस महीने का स्थान सातवां था I

अक्तूबर

अक्तूबर लैटिन शब्द आक्ट से बना है जिसका अर्थ है आठ I

नवम्बर - दिसम्बर

भी क्रमश शब्द नोवेम और दसम से बना है I जिसका अर्थ हैं नौ और दस I बाद में जब महीने की संख्या बारह की गई तो भी इनका यही नाम बरकरार रहा I

तो दोस्तों आपको यह जानकर कैसा लगा अपना विचार जरूर बताए नीचे कमेंट बॉक्स में। 
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